Posts

भौगोलिक विचारधाराओें के प्रमुख विचारक प्राचीन से आधुनिकता कि और। Major thinkers of geographical thought from ancient to modernity.

भौगोलिक विचारधाराओें के प्रमुख विचारक प्राचीन से आधुनिकता कि और। (Major thinkers of geographical thought from ancient to modernity.)   इस लेख में हम प्राचीन भौगोलिक विचारको से आधुनिक भौगोलिक विचारको का क्रमबद्ध रुप से अध्ययन करेगे। जिसमें हम उन भौगोलिक विचारको का उल्लेख करेगे जिन्होने  भूगोल के क्षेत्र में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया जिनके कारण ही भूगोल अपने पूर्ण अस्तिव में आया। साथ ही आगे आने वाले लेखों में भूगोल कि विचारधारओं तथा उनका विकास कैसे हुआ आदि अनेक विषयों पर भी चर्चा करेगें। इस लेख में युनानी (Greek)  भूगोलवेत्ताओें के बारे में परीक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा करेगे।                                           देश विचाराधारा            जर्मनी  फ्रांस  अमेरिका USSR   लैण्ड शाफ्ट मानव पारिस्थितिकी अवस्थितिकी मानव व भौतिक तथ्यों पर आधारित विचा...

Rajasthan Public Service Commission has released the notification for the second grade recruitment process December 2024 राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वितीय श्रेणी भर्ती प्रक्रिया के लिए अधिसूचना दिसंबर 2024

 Rajasthan Public Service Commission has released the notification for the 2nd grade recruitment  process.  राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वितीय श्रेणी भर्ती प्रक्रिया के लिए अधिसूचना दिसंबर 2024 जारी कर दी है। इसमें कुल 8 विषयों के 2129 पदों पर भर्ती हेतु आवेदन मागें गये है। आवेदन तिथि   26.12.2024 से 24.01.2025  तक आवेदन कर सकते है। Total Post 2129 No. SUBJECT POSTS FOR NON SCHEDULED                      AREA POSTS FOR SCHEDULED              AREA                 TOTAL  POST 1 Hindi 273  15 288 2 English 242 85 327 3 Mathematic  ...

NTA UGC NET November 2024 आवेदन प्रक्रिया कि अधिसूचना

                 NTA UGC NET  November 2024 आवेदन प्रक्रिया कि अधिसूचना  NTA  ने 19 नवंबर 2024 को यूजीसी नेट के लिए अधिसूचना जारी कर दी जिसके तहत उम्मीदवार UGC NET  आवेदन हेतू 10 दिसंबर तक अपना आवेदन पत्र भरा सकते है यह आवेदन यूजीसी नेट कि आधिकारिक वेबसाइट       University Grants Commission (UGC)-NET | India   कर सकते है। आवेदक अपनी किसी भी प्रकार कि त्रुटी सुधार के लिए 12 से 13 दिसंबर 2024 तक करा सकते है  एग्जाम कब होगी? UGC NET EXAM 1 जनवरी से 19 जनवरी 2025 को  आयोजित कि जायेगी।  क्या है योग्यता What is the eligibility नेट एग्जाम कि योग्यता के बारे में वो सभी जानकारी जो आप जानना चाहते है आधिकारिक वेबसाइट  University Grants Commission - NET   पर उपलब्ध है।  यूजीसी नेट एग्जाम कि योग्यता के बारे कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु सरल भाषा में दिये गये है।  शैक्षणिक योग्यता में मास्टर डिग्री में कम से कम 55 प्रतिशत अंक होने चाहिए इसमें  OBC/SC/ST/PWD   के अन्...

लोकतंत्र का युग Age of Democracy

लोकतंत्र का युग Age of Democracy स्ांयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2007 में लोकतंत्र की अहमियत को बताते हुये, लोकतंत्र दिवस मनाने का फैसला किया। इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने प्रस्ताव में कहा देशों के लोकतंत्र के लक्षण एक समान इसका कोई एक आदर्श रुप नही है। प्रस्ताव मेंकहा गया लोकतंत्र एक वैश्विक मुल्य है जो लोगों की स्वतंत्र रुप से व्यक्त की गई राजनीतिक आर्थिक सामाजिक और सास्कृतिक व्यवस्थाओं को निर्धारित करने और जीवन के सभी पहलुओं में उनकी पूर्ण भागीदारी पर आधारित है सयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव 8 नवंबर 2007 ळालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने माना की लोकतंत्र किसी खास देश अथवा क्षेत्र से जुड़ा नही है और न इसका कोई एक मॉडल है, जिसे लागू किया जा सकें  इतिहास दरअसल अलग-अलग देशों की संसदों के सगठन अंतर ससदीय संघ ने सितंबर 1997 में लोकतंत्र को वैश्विक आधार देने के लिए प्रस्ताव तैयार किया इसके बाद 1998 में फिलिपिंस में अंतर संसदीय संघ का आयोजन किया गया  इसमें लोकतंत्र में सगठन, सरकारों संसदों, नागरिकों, समाजों की भागीदारी बढ़ाने पर बात हुई। 2006 में दोहा में आयोजित आईसीएनआरडी का छठा सम्म...

स्वामी विवेकानंद और उनके विचार

स्वामी विवेकानंद और उनके विचार जीवन परिचय भारतीय पुर्नजागरण के पुरोधा का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकŸा के एक मशुर वकिल विश्वनाथ दŸा के घर हुआ। माता भूनेश्वरी देवी उन्हे प्रेम से विवेश्वर पुकारती थी नामकरण सस्कार के समय उनका नाम नरेन्द्रनाथ दŸा रखा गया। बंगाली परविर में जन्मे विवेकानंद में बचपन से ही आध्यात्मिक विपाषा थी; कुशाग्र बुद्धि वाले नरेन्द्र परिवार के धार्मिक आध्यात्यमिक वातावरण के प्रभाव से बालक नरेन्दग कि मन में बचपन से धर्म और आधात्यात्मिक के गहरे सस्कार पड़ गये थे। प्राथमिक शिक्षा पुरी करने के बाद नरेन्द्र को मेट्रोपोलिटन इंस्टीचयुट मे दाखिला कराया गया। पढ़ाई के सथ खेलने संगीत सीखने घुड़सवारी करने में रुची नरेन्द्र की स्मरण शक्ति अदभुत थी वे एक बार पढ़कर ही पुरा पाढ़ याद कर लेते थे उन्होने एक बार में ही सस्कृत व्याकरण रामायण और महाभारत के पाढ़ याद कर लिए थे। शुरु में नरेन्द्र अग्रेजी नही सीखना चाहते थे, उनका मानना था की ये उन लोगों की भाषा है जिन्होने उनकी मातृ भाषा पर कब्जा किया हुआ है। लेकिन बाद में केवल अग्रेजी सीखना शुरु किया, बल्कि इस पर महारथ हासिल कर लि बचपन से ही उनमें ने...

अविश्वास प्रस्ताव क्या है? इसे लाने कि प्रक्रिया क्या है, तथा इसका राजनीतिक प्रभाव।

अविश्वास प्रस्ताव क्या है? (No Confidence Motion) इसे लाने कि प्रक्रिया क्या है, तथा इसका राजनीतिक प्रभाव। इतिहास भारत में 17 अप्रेल 1952 में पहली बार लोकसभा का गठन हुआ था और सदन के इतिहास में पहली बार अगस्त 1963 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरु कि सरकार के खिलाफ पहली बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। ये प्रस्ताव आचार्य जेबी कृपलानी ने रखा। इस प्रस्ताव के पक्ष में 62 वोट और विरोद्ध में 347 पड़े, जिसके कारण यह प्रस्ताव पास नही हो सका। भारत में अविश्वास प्रस्ताव के कारण गिर जाने वाली सरकारों का इतिहास भी रोचक है। पहली बार मोरारजी देसाई सरकार के खिलाफ दो बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया पहली बार तो वो बच गये, लेकिन 1978 में दुसरी बार उनको पता चल गया कि वे बहुमत खो चुके है। अतः मोरार जी देसाई ने अविश्वसा प्रस्ताव पारित होने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया।  1979 में चैधरी चरण सिंह की सरकार के खिलाफ सदन में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस के पारित होने से पहले ही उन्होने अपना त्याग पत्र राष्ट्रपति को सौप दिया। इसी तरह 1989 में बीजेपी समर्थित रा...

विशेषाधिकार क्या है? विशेषाधिकार प्रस्ताव कैसे लाया जाता है, इसकी क्या प्रक्रिया है।

विशेषाधिकार क्या है? विशेषाधिकार प्रस्ताव कैसे लाया जाता है, इसकी क्या प्रक्रिया है।  विशेषाधिकार Privilege Motion एक सांसद या एक विधायक होना सिर्फ जनप्रतिनिधि होना नही है बल्कि ये लोग संविधान के पालक और जननितियां बनाने वाले लोग है। ये कार्यपालिका के साथ मिलकर दरअसल यही लोग देश का वर्तमान और भविष्य लय करते है और अपने कत्तर्व्य  का निर्वहन करते हुये सदस्यों के मन सकोंच यो कोई दुविधा नही होनी चाहिए साथ ही इन पदों की प्रतिष्ठा और महत्व को देखते हुए संविधान में इन्हे कुछ विशेषाधिकार दिये है। संविधान के अनुच्छेद 105 और 194 के खंड 1 और 2 के तहत ये विशेषाधिकार से जुड़े विषय आते है संविधान में विशेषाधिकार के विषय इगलेंड से लिये गये है संविधान के अनुच्छेद 105 (3) 194 (3) के तहत देश के विधानसंभाओं को वही अधिकार मिले है जो हाऊस ऑफ कॉमन्स के है संविधान में यह स्पष्ट किया गया है कि ये उपबंध मुल अधिकारों से जुड़े भाग क 3 के अंतर्गत नही आते है। इनका मतलब ये हुआ की यदि कोई सदन विवाद के किसी भाग में कार्यवाही से हटा देता है तो कोई भी उस भाग को प्रकाशित नही कर पायेगा। और यदि ऐसा हुआ तो उसे ...